The Fact About shiv chalisa lyrics aarti That No One Is Suggesting
The Fact About shiv chalisa lyrics aarti That No One Is Suggesting
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सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.
तुह्मरे भजन राम को पावै। जनम जनम के दुख बिसरावै।।
अर्थ- आपकी जटाओं से ही गंगा बहती है, आपके गले में मुंडमाल है। बाघ की खाल के वस्त्र भी आपके तन पर जंच रहे हैं। आपकी छवि को देखकर नाग भी आकर्षित होते हैं।
The Chalisa serves for a conduit through which worshippers can get Lord Shiva’s holy Power, along with his guidance, blessings, and protection. Chalisa encourages the development of sturdy spiritual bonds with Lord Shiva. Chanting the Shri Shiv Chalisa daily would aid the devotee achieve interior peace, toughness, and spiritual expansion.
नित्त नेम कर shiv chalisa lyrics with meaning प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
न कश्चित् पुत्रस्य वंचनं कर्तुम् इच्छति।
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर। जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई। तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।।
भगवान शिव की महिमा का बखान करने के लिए अनेकों अष्टकों की रचना हुई है, जिनमें शिवाष्टक, लिंगाष्टक, रूद्राष्टक, बिल्वाष्टक काफी प्रसिद्ध हैं, जिसमें शिवाष्टक का विशेष महत्व है।
मात-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥